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Request this bookभाषा की कुंजी अब आपके हाथों में!
प्रमुख भाषाविद एवं भाषा विज्ञानी सुरेश पंत कई दशकों से भाषा से संबंधित समस्याओं का समाधान करते आए हैं। सोशल मीडिया और ब्लॉग्स के माध्यम से भी वे समय-समय पर अपने भाषाई ज्ञान को सबके साथ साझा करते रहे हैं। यह पुस्तक उनके आजीवन हिंदी शिक्षण, प्रशिक्षण और उसके अनुप्रयोग से जुड़े अनुभवों का सार है।
हिंदी को बरतते हुए कई बार शब्दों की उत्पत्ति, उनकी वर्तनी, प्रयोग, दो समान शब्दों में अर्थ की भिन्नता, शब्द की विविध अर्थ छटाओं की समझ तथा इसी प्रकार की अनेक समस्याएँ आती हैं। इन्हीं उलझनों को समझने और सुलझाने में आपकी मदद करेगी यह पुस्तक। साथ ही, आप पाएँगे पारंपरिक अर्थ और विविध संदर्भों में उनके प्रयोग, प्रचलित अर्थों में सूक्ष्म अंतर, शब्द के पयार्य और आंचलिक स्वरूपों में उनकी विविधता; और यह सब उबाऊ शास्त्रीय शैली में नही, बल्कि प्रसंगानुसार तथ्यपरक, विश्लेषणात्मक शैली में है जिसमें है मीठा व्यंग्य और गुदगुदाने वाली सरलता।
यह पुस्तक हर वर्ग के हिंदी प्रेमी के लिए काम की है; विशेषकर हिंदी शिक्षण, अध्ययन, अनुवाद, मीडिया आदि से जुड़े कर्मियाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए व्यवहारिक कोश के समान उपयोगी । साथ ही, सिविल सेवाओं के परीक्षार्थियों, मीडिया कर्मियों, शोधकर्ताओं, अनुवाद, इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया से जुड़े विविध कर्मियों, विद्यार्थी, शिक्षक, भारतीय दूतावासों, हिंदी सीखने वाले गैर-हिंदी भाषियों के लिए यह विशेष उपयोगी है।
डॉ. सुरेश पंत
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